देशभक्ति - लेखनी कविता -05-Mar-2022
मेरा भारत महान है ऐसे अमर वीर जवानों का
सिर पर कफन बाँधकर जीने वाले मस्तानों का।
यहाँ पर देशभक्ति के निरंतर बिगुल बजते हैं
शहादत के वीरों के सर पर ताज सजते हैं।
वतन की ओर जब भी दुश्मन ने नजर उठाई
हो गए उनके दाँत खट्टे अरि ने मुँह की खाई।
भगतसिंह और लक्ष्मीबाई को है सबने जाना
कुछ देशभक्तों को इतिहास में विस्मृत माना।
आज सुनाती हूँ मैं आपको देशभक्तों की कहानी
उनकी देशभक्ति के बारे में सुनिए मेरी जुबानी।
बाजी राउत ने अंग्रेज़ों को ब्राह्मणी पार न कराया
12 वर्ष की उम्र में उनके विरोध का बीड़ा उठाया।
बसंत विश्वास ने वायसराय परेड पर फेंका बम
चढ़ा दिया फांसी पर देश सेवा में निकला दम।
मेजर सोमनाथ को ये देश सकता ना कभी भूल
दुर्गम परिस्थितियों में दुश्मन को चटाई थी धूल।
बालमुकुंद ने लाहौर में अंग्रेजों पर किया हमला
लटका दिया फांसी पर अंग्रेजों हेतु बना बला।
जदुनाथ सिंह बने परमवीर चक्र से सम्मानित वीर
1948 कबाइली आक्रमण में शत्रु को दिया चीर।
अकेले लड़ते रहे हौसले थे उनके अत्यंत बुलंद
अंतिम सांस तक डटे जब तक आंखें न हुईं बंद।
हो निडर पीरू सिंह शेखावत या वीर करम सिंह
देशभक्ति के जज्बे ने उन्हें बनाया था सच्चा किंग।
विक्रम बत्रा बना था कारगिल युद्ध का शेरशाह
दुश्मन को देश की धरती से भगाने की थी चाह।
विजय व सैनिक दिवस देशभक्तों की गाथा गाते हैं
हम विस्मृत वीरों हेतु श्रद्धा सुमन अर्पित कर आते हैं।
भारत के वीर जवान ना हिंदू ना मुस्लिम कहलाते हैं
देशभक्ति का जज़्बा लिए हिंदुस्तानी रूप में जाते हैं।
डॉ. अर्पिता अग्रवाल
Mohammed urooj khan
06-Mar-2022 06:51 PM
बोहोत अच्छी कविता
Reply
Dr. Arpita Agrawal
06-Mar-2022 08:15 PM
धन्यवाद आदरणीय
Reply
Zakirhusain Abbas Chougule
06-Mar-2022 03:45 PM
Wah wah bahut khoob
Reply
Dr. Arpita Agrawal
06-Mar-2022 05:21 PM
बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय
Reply
Art&culture
06-Mar-2022 12:42 AM
Bhut khoob
Reply
Dr. Arpita Agrawal
06-Mar-2022 05:20 PM
Thanks a lot
Reply